इस उम्र के बाद भी पेरेंट्स के साथ सो रहा बच्चा तो नहीं सीख पाएगा ये 5 चीजें, किस उम्र में कर देना चाहिए बंद?

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इस उम्र के बाद भी पेरेंट्स के साथ सो रहा बच्चा तो नहीं सीख पाएगा ये 5 चीजें, किस उम्र में कर देना चाहिए बंद?इस उम्र के बाद भी पेरेंट्स के साथ सो रहा बच्चा तो नहीं सीख पाएगा ये 5 चीजें, किस उम्र में कर देना चाहिए बंद?

Bacchon ko sath sulane ke nuksan: बच्चों को अपने पेरेंट्स के पास ही सोने की आदत होती है, लेकिन एक उम्र के बाद पेरेंट्स को अपने बच्चों को अलग सुलाने की आदत डाल देनी चाहिए। ऐसा न करने पर बच्चा कई चीजें समय पर नहीं सीख पाता है।बच्चे को कब अलग सोना शुरू कर देना चाहिए (When Should Child Sleep In Their Own Bed)

अपने बच्चों को पेरेंट्स बचपन से ही अपने पास सुलाते हैं और ऐसा करने से जो उन्हें सुकून मिलता है वह किसी चीज में नहीं मिल पाता। लेकिन यह सुकून सिर्फ पेरेंट्स को ही नहीं बच्चे को भी मिलता है। लेकिन एक उम्र तक ऐसा करना सही है और फिर एक उम्र आती है जब बच्चे को अलग बिस्तर पर सोना सीख जाना चाहिए। बच्चे को अक्सर 10 साल की उम्र के बाद अलग बिस्तर पर सोना शुरू कर देना चाहिए और जरूरी इसलिए है क्योंकि अलग सोने की आदत डालने के बाद वह अपने जीवन में कई ऐसी चीजें सीख पाता है जो उसके लिए बहुत जरूरी हैं। वहीं लेकिन देखा गया है कि बच्चे अक्सर 10 साल के बाद भी अपने पेरेंट्स के बाद सोते हैं और ऐसे में वह अपने जीवन की कुछ जरूरी चीजें समय पर नहीं सीख पाता है। इस लेख में हम आपको इस लेख में हम आपको ऐसी ही चीजों के बारे में बताने वाले हैं।1. प्राइवेसी की समझ (Understanding Of Privacy)

जब बच्चे की उम्र 10 साल या उसके आसपास हो जाती है, तो उसका समय होता है चीजों को समझने का। जब तक वह आपके पास सो रहा है, तो उसे प्राइवेसी के मायने समझ नहीं आएंगे। इसलिए जरूरी है कि बच्चे को 10 साल की उम्र के आसपास अलग सोने की आदत डाल देनी चाहिए।2. अकेलेपन का अनुभव (Experience Loneliness)

हर चीज का अनुभव होना जरूरी है और बच्चे के लिए अकेलेपन का अनुभव होना भी बहुत जरूरी है। इसलिए 10 के बाद उसकी उम्र होती है अकेलेपन को अनुभव करने की। इसलिए अगर आपके बच्चे की उम्र 10 साल हो गई है, तो उसे अलग बिस्तर पर सोने की आदत जरूर डालें।3. कॉन्फिडेंस न आना (Lack Of Confidence)

जब तक बच्चा अकेला सोना नहीं शुरू करेगा तब तक उसका कॉन्फिडेंस नहीं बन पाएगा और ऐसा तब ही होगा जब आप उसे 10 साल के बाद अकेले सोने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। अगर आपके बच्चे की उम्र 10 से ज्यादा साल हो गई है, तो आपको ऐसा करने में देरी नहीं करनी चाहिए।4.अपने शरीर की समझ (Understanding Own Body)

अगर आपके बच्चे की उम्र 10 साल हो गई है, तो उसकी प्यूबर्टी यानी किशोरावस्था शुरू हो गई होती है या फिर जल्द ही शुरू होने वाली होती है। ऐसे में उसे अपने शरीर की समझ होना जरूरी है और उसके शारीरिक व मानसिक बदलावों को खुद से समझना जरूरी है। इसलिए अलग सुलाने की आदत डालकर उसे स्पेस दें।5. मन का डर दूर न होना (Not Getting Rid Of Fear)

जब तक बच्चा अपने पेरेंट्स के पास होता है, तो उसे सुरक्षित महसूस होता है। लेकिन एक उम्र में आने के बाद उसे अकेले रहने का डर भी दूर करना होगा और वह उम्र 10 साल या उसके आसपास की उम्र ही है। अगर 10 साल के बाद भी बच्चा आपके पास सो रहा है, तो उसके मन से डर दूर होने में ज्यादा समय लग सकता है। अस्वीकरण:प्रिय पदकों यह आर्टिकल केवल सामान्य जानकारी और सलाह देता हैं यह किसी भी तरह से चिकित्सा राय का विकल्प नहीं इसलिए अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक का परामर्श जरूर करे।