सुबह के नाश्ते में करें इन 4 चीजों को शामिल, आंतों की हो जाएगी सफाई, सुधर जाएगी गट हेल्थसुबह के नाश्ते में करें इन 4 चीजों को शामिल, आंतों की हो जाएगी सफाई, सुधर जाएगी गट हेल्थ
गैस्ट्रो लीवर हॉस्पिटल कानपुर में गैस्ट्रोलॉजिस्ट और एंडोस्कोपिस्ट डॉक्टर वीके मिश्रा ने बताया डाइट में जंक फूड्स,ऑयली फूड और मैदा का ज्यादा सेवन करने से आंतों पर दबाव बढ़ता है और गट हेल्थ बिगड़ने लगती है।दिन की शुरुआत ऐसे फूड्स से की जाए जिनका सेवन करने से बॉडी को भरपूर एनर्जी मिले, कमजोरी थकान दूर रहे और सबसे ज्यादा गट हेल्थ दुरुस्त रहे। आंत की सेहत को दुरुस्त करने के लिए डाइट में कुछ फूड्स का सेवन करना जरूरी है। हम जो भी खाना खाते हैं उसमें कुछ न कुछ टॉक्सिन जरूर होते हैं जो इंटेस्टाइन में चिपक जाते हैं। ये टॉक्सिन जब बॉडी में ज्यादा मात्रा में जमा हो जाते हैं जो गट हेल्थ को बिगाड़ देते हैं। आंत की सेहत को दुरुस्त करने के लिए डाइट में कुछ ऐसे फूड्स का सेवन करें जिससे पाचन तंत्र दुरुस्त रहे, इम्यूनिटी बूस्ट हो और एनर्जी के स्तर में सुधार हो।
सुबह का समय ऐसा वक्त है जब हमारी बॉडी 10 से 12 घंटों का उपवास करती है। सुबह के समय कुछ ऐसे फूड्स का सेवन करना चाहिए जो आंत के अनुकूल हो। जिनका सेवन करने से आंत माइक्रोबायोम को बढ़ावा मिल सके और पाचन तंत्र में सुधार किया जा सके।गैस्ट्रो लीवर हॉस्पिटल कानपुर में गैस्ट्रोलॉजिस्ट और एंडोस्कोपिस्ट डॉक्टर वीके मिश्रा ने बताया डाइट में जंक फूड्स,ऑयली फूड और मैदा का ज्यादा सेवन करने से आंतों पर दबाव बढ़ता है और गट हेल्थ बिगड़ने लगती है। इन फूड्स को खाने से आंतों में मल जमा होने लगता है और गुड बैक्टीरिया तेजी से मरने लगते हैं। सुबह के नाश्ते में कुछ खास फूड्स का सेवन करना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं कि आंत की सेहत को दुरुस्त करने के लिए सुबह के नाश्ते में किन फूड्स का सेवन कर सकते हैं।ग्रीक दही का करें सेवन
1.ग्रीक दही प्रोबायोटिक्स से भरपूर है जो आंत में गुड बैक्टीरिया को बढ़ाती है। ये बैक्टीरिया आंत माइक्रोबायोम को संतुलित करने में मदद कर सकते हैं। प्रोबायोटिक्स पाचन तंत्र को हेल्दी रखने, इम्यूनिटी को स्ट्रांग करने और सूजन को कंट्रोल करने में बेहद असरदार साबित होती है। इसका सेवन करने से ब्लड शुगर का स्तर कंट्रोल रहता है। आप बिना चीनी का ग्रीक दही खाएं बॉडी को फायदा होगा। इस दही का पोषण मूल्य बढ़ाने के लिए आप उसमें ताजे फल, कुछ मेवे और शहद का सेवन कर सकते हैं। इस दही का सेवन करने से पाचन दुरुस्त रहेगा और आंत में गुड बैक्टीरिया बैलेंस रहेंगे और इम्यूनिटी मजबूत होगी।चिया सीड्स का करें सेवन
2.चिया बीज फाइबर का एक बेहतरीन स्रोत है, जो पाचन में सुधार करते हैं और आंत की सेहत को दुरुस्त करते हैं। चिया बीज में घुलनशील फाइबर मौजूद होता है जो पानी को अवशोषित करता है और एक जेल जैसा पदार्थ बनाता है जो पाचन तंत्र में चीजों को गतिमान रखने में मदद करता है, जिससे कब्ज का खतरा कम हो जाता है। चिया बीज ओमेगा-3 फैटी एसिड से भी भरपूर होते हैं, जिनमें सूजन-रोधी गुण होते हैं। नाश्ते में चिया सीड्स का सेवन करने से नियमित मल त्याग में सहायता मिलती है, सूजन कम होती है और गुड बैक्टीरिया को पोषण मिलताओट्स,बेरीज और अलसी के बीज का करें सेवन
3.ओट्स घुलनशील फाइबर का एक शानदार स्रोत है जिसमें बीटा-ग्लूकॉन मौजूद होता है जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है और प्रीबायोटिक के रूप में कार्य करके आंत की सेहत को दुरुस्त करता है। प्रीबायोटिक ऐसे यौगिक हैं जो आपके पेट में गुड बैक्टीरिया को पोषण देते हैं, जिससे उन्हें पनपने में मदद मिलती है। ओट्स को पिसे हुए अलसी के बीजों के साथ मिलाएं, जो फाइबर और ओमेगा-3 दोनों से भरपूर होते हैं। इसके ऊपर ब्लूबेरी या स्ट्रॉबेरी जैसे एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर बेरीज डालें। यह कॉम्बिनेशन पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है और पेट को लम्बे समय तक भरा हुआ रखता है। इसका सेवन करने से आंत में गुड बैक्टीरिया बढ़ते हैं।हरी पत्तेदार सब्जियों और अदरक की स्मूदी लें
4.स्मूदी पेट का मैजिकल ड्रिंक है इसका सेवन करने से बॉडी से टॉक्सिन निकलते हैं। मुट्ठी भर पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक या केल का सेवन करें। इनमें फाइबर और आवश्यक पोषक तत्व भरपूर मौजूद होता हैं। इसमें अदरक मिलाएं जो सूजन-रोधी गुणों के लिए जानी जाती है। इसका सेवन करने से गट हेल्थ दुरुस्त रहती है। ये आंतों में गुड बैक्टीरियां को बढ़ाती है। ये स्मूदी आंत में सूजन कम करती है, पाचन में सहायता करती है।